04Feb 2024 by admin-marathi-shala
भारताचा सर्वोच्च सन्मान: भारतरत्न पुरस्कार
नमस्कार मित्रांनो, भारतरत्न पुरस्कार हा भारताचा सर्वोच्च नागरी पुरस्कार आहे. कला, साहित्य, विज्ञान, समाजसेवा आणि क्रीडा क्षेत्रात देशासाठी असाधारण आणि निःस्वार्थ योगदान देणाऱ्या व्यक्तींचा या पुरस्काराद्वारे गौरव केला जातो. आज आपण या प्रतिष्ठित पुरस्काराबद्दल आणि २०२४ च्या भारतरत्न पुरस्कारविजेत्यांबद्दल जाणून घेऊया. भारतरत्न – राष्ट्राचा अभिमान: भारतरत्न ही केवळ सन्मानवह पदवी नसून, त्यामागे वर्षानुवर्षे समर्पण आणि कठोर परिश्रम असतो. हा पुरस्कार देशाच्या विकासात आणि प्रगतीत खास भूमिका बजावणाऱ्या महान विभूतींचा गौरव करतो. जवाहरलाल नेहरू, मदर टेरेसा, सचिन तेंडुलकर हे काही नामवंत भारतरत्न पुरस्कार प्राप्तकर्ते आहेत.भारतरत्न पुरस्कार मिळालेल्या व्यक्ती
क्रमांक | वर्ष | नाव | क्षेत्र |
---|---|---|---|
१ | १९५४ | डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन | भारताचे माजी राष्ट्रपती व नामांकीत शिक्षणतज्ञ |
२ | १९५४ | चक्रवर्ती राजगोपालचारी | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व शेवटचे गव्हर्नर जनरल |
३ | १९५४ | डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रमण | प्रसिद्ध भारतीय भौतिकशास्त्रज्ञ |
४ | १९५५ | डॉ. भगवान दास | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते |
५ | १९५५ | डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या | पहिले अभियंता ‘बँक ऑफ म्हैसूर’ ची स्थापना |
६ | १९५५ | जवाहरलाल नेहरू | भारताचे पहिले पंतप्रधान व भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीत अग्रणी असलेले काँग्रेसचे लोकप्रिय नेते |
७ | १९५७ | गोविंद वल्लभ पंत | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व उत्तर प्रदेशाचे प्रथम मुख्यमंत्री व भारताचे दुसरे गृहमंत्री |
८ | १९५८ | डॉ. धोंडो केशव कर्वे | समाजसुधारक, शिक्षणप्रसारक |
९ | १९६१ | डॉ. बिधान चंद्र रॉय | पश्चिम बंगालचे पहिले मुख्यमंत्री व वैद्यक |
१० | १९६१ | पुरूषोत्तम दास टंडन | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व शिक्षणप्रसारक |
११ | १९६२ | डॉ. राजेंद्र प्रसाद | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व भारताचे पहिले राष्ट्रपती |
१२ | १९६३ | डॉ. झाकिर हुसेन | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व भारताचे राष्ट्रपती |
१३ | १९६३ | डॉ. पांडुरंग वामन काणे | शिक्षणप्रसारक |
१४ | १९६६ | लाल बहादूर शास्त्री (मरणोत्तर) | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व भारताचे दुसरे पंतप्रधान |
१५ | १९७१ | इंदिरा गांधी | भारताच्या पहिल्या महिला पंतप्रधान |
१६ | १९७५ | वराहगिरी वेंकट गिरी | कामगार युनियन व भारताचे चौथे राष्ट्रपती |
१७ | १९७६ | के. कामराज (मरणोत्तर) | भारतीय स्वतंत्रता चळवळीत भाग, मद्रास जाज्याचे मुख्यमंत्री |
१८ | १९८० | मदर तेरेसा | ख्रिश्चन मिशनरी समाजसुधारक, मिशनरीज ऑफ चॅरिटीच्या संस्थापक |
१९ | १९८३ | आचार्य विनोबा भावे (मरणोत्तर) | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व समाजसुधारक |
२० | १९८७ | खान अब्दुल गफार खान | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील पहिले बिगर भारतीय नेते |
२१ | १९८८ | एम. जी. रामचंद्रन (मरणोत्तर) | चित्रपट अभिनेते व तमिळनाडू राज्याचे मुख्यमंत्री |
२२ | १९९० | भीमराव रामजी आंबेडकर (मरणोत्तर) | भारतीय राज्यघटनेचे शिल्पकार, अर्थतज्ञ, राजकीय नेते |
२३ | १९९० | नेल्सन मंडेला | वर्णभेद विरोधी चळवळीचे प्रणेते |
२४ | १९९१ | राजीव गांधी (मरणोत्तर) | भारताचे सातवे पंतप्रधान |
२५ | १९९१ | सरदार वल्लभभाई पटेल ( मरणोत्तर) | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व भारताचे पहिले गृहमंत्री |
२६ | १९९१ | मोरारजी देसाई | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व भारताचे पाचवे पंतप्रधान |
२७ | १९९२ | मौलाना अबुल कलाम आझाद (मरणोत्तर) | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व भारताचे पहिले शिक्षणमंत्री |
२८ | १९९२ | जे. आर. डी. टाटा | उद्योजक |
२९ | १९९२ | सत्यजित रे | बंगाली चित्रपट निर्माते |
३० | १९९७ | ए. पी. जे. अब्दुल कलाम | भारताचे ११वे राष्ट्रपती |
३१ | १९९७ | गुलझारीलाल नंदा | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व भारताचे पंतप्रधान |
३२ | १९९७ | अरुणा आसफ अली (मरणोत्तर) | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेत्या |
३३ | १९९८ | एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी | कर्नाटक शैलीतील गायिका |
३४ | १९९८ | चिदंबरम् सुब्रमण्यम् | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व भारताचे माजी कृषीमंत्री |
३५ | १९९९ | जयप्रकाश नारायण (मरणोत्तर) | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते |
३६ | १९९९ | रवी शंकर | प्रसिद्ध सितारवादक |
३७ | १९९९ | अमर्त्य सेन | प्रसिद्ध अर्थतज्ज्ञ |
३८ | १९९९ | गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोत्तर) | भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील नेते व आसामचे मुख्यमंत्री |
३९ | २००१ | लता मंगेशकर | पार्श्वगायिका |
४० | २००१ | बिसमिल्ला खान | शहनाईवादक |
४१ | २००८ | भीमसेन जोशी | हिंदुस्थानी शास्त्रीय गायक |
४२ | २०१४ | सी.एन.आर.राव | शास्त्रज्ञ |
४३ | २०१४ | सचिन तेंडूलकर | क्रिकेटपटू |
४४ | २०१५ | मदनमोहन मालवीय (मरणोत्तर) | स्वातंत्र्य चळवळीत महत्त्वाचे योगदान देणारे, बनारस हिंदू विश्वविद्यापीठ व हिंदू महासभेचे संस्थापक, प्रख्यात शिक्षणतज्ज्ञ |
४५ | २०१५ | अटलबिहारी वाजपेयी | माजी पंतप्रधान |
46 | 2019 | प्रणव मुखर्जी | भारताचे १३वे राष्ट्रपती |
47 | 2019 | नानाजी देशमुख | सामाजिक कार्यकर्ता |
48 | 2019 | भूपेन हजारिका | गायक |
49 | 2024 | कर्पूरी ठाकुर | बिहारचे माजी मुख्यमंत्री होते आणि समाजवादी नेते |
50 | 2024 | लालकृष्ण आडवाणी | ज्येष्ठ नेते आणि माजी उपपंतप्रधान |
निष्कर्ष:
भारतरत्न हे राष्ट्रीय अभिमानाचे प्रतीक आहेत. आपण या पुरस्कारविजेत्यांच्या कार्यापासून प्रेरणा घेऊन समाजाच्या समग्र उन्नतीसाठी योगदान देऊ शकतो.
टीप: माहिती अधिक अचूकतेसाठी अधिकृत स्त्रोतांचा संदर्भ घ्यावा.
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